दैनिक रुड़की (राहुल सक्सेना)::
रुड़की। आखिर किसकी सह पर नकली दवाइयों का कारोबार क्षेत्र में धडल्ले से चल रहा है। आए दिन कारवाई भी होती है लेकिन इसके बावजूद नए नाम और नए रूप में यह दवाई माफिया फिर से सामने आ जाते हैं। पिछले करीब पांच वर्षों में दर्जनों ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जब बड़ी मात्रा में नकली दवाइयां या फैक्ट्री पकड़ी गई है। इसमें भी बड़ी बात यह है कि अधिकतर कारवाई देहरादून एसटीएफ की अगुवाई में हुई है जो कि संबंधित विभाग पर कई सवाल खड़े करता है। रुड़की और आसपास का क्षेत्र नकली दवाईयों का हब बनता जा रहा है। अगर ऐसा कहा जाए कि नकली दवाईयों के माफियाओं को यह क्षेत्र अपने काले कारोबार के लिए ज्यादा सुरक्षित नजर आता है।
इसलिए ही करोड़ो की दवाइयां और फैक्ट्रियां लगातार पकड़े जाने के वावजूद भी फिर से कोई न कोई नया माफिया सामने खड़ा दिखाई देता है। जब तक इन माफियाओं पर कारवाई होती है तब तक तो न जाने कितने लोगों की जिंदगी से यह खिलवाड़ कर चुके होते हैं क्योंकि उनके द्वारा बनाई गई नकली दवाइयां कहां सप्लाई हुई और किन लोगों को उनके सेवन से नुकसान हुआ इसका आंकलन लगाना बेहद मुश्किल हैं।
ऐसे में सवाल उठता है कि लगातार कारवाई के बावजूद यह माफिया उभरते कहां से हैं क्या इनमें कारवाई का कोई खौफ नहीं होता। सूत्र बताते हैं कि इस खेल के पीछे कोई बड़ा गठजोड़ है जो इन ड्रग्स माफियाओं को सह देता हैं। अगर संबंधित विभाग लगातार चेकिंग अभियान चलाए तो ही इन माफियाओं पर शिकंजा कसा जा सकता है लेकिन अब तक पिछले करीब पांच वर्षों में हुई कारवाई के आंकड़े निकाले तो काफी हद तक इस प्रकार की कारवाई की अगुवाई एसटीएफ देहरादून ने की है।
हां ड्रग्स विभाग मेडिकल स्टोरों पर छापेमारी लगातार करता दिखाई देता हैं। वहीं इस संबध में मंगलवार रात हुई कारवाई के दौरान ड्रग्स इंस्पेक्टर से पूछा गया था तो उन्होंने कहा था कि उनके द्वारा लगातार कारवाई की जाती है।
अब तक हुई कारवाई…
30 जून 2020 को देहरादून एसटीएफ ने रुड़की में सलेमपुर में नकली दवाई का गोदाम पड़ा था जहां से करीब डेढ़ करोड़ की दवाइयां बरामद हुई थी, 23 अगस्त 2020 में गंगनहर कोतवाली पुलिस ने रामनगर औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक दवा कंपनी में छापा मारकर करीब डेढ़ करोड़ रुपये की नकली दवा पकड़ी थी।मई 2021 में भी रेमडेसिविर के नकली इंजेक्शन पकड़े गए थे।अगस्त 2022 में कई गोदामों पर छापे मारकर नकली दवाइयां पकड़ी,भगवानपुर के डाडा जलालपुर गांव में नकली दवाई की फैक्ट्री पकड़ी गई थी। इसके साथ ही कई और मामले इस प्रकार के सामने आ चुके हैं।