दैनिक रुड़की (योगराज पाल )::
रुड़की। रामनगर स्थित कोर्ट में अधिवक्ताओं द्वारा उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में अधिवक्ताओं पर पुलिस द्वारा किए गए लाठी चार्ज करने के विरोध में एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें अधिवक्ताओं के द्वारा पुलिस के द्वारा किए गए लाठी चार्ज की घोर निंदा की गई। बार काउंसिल ऑफ उत्तराखंड के सदस्य एवं पूर्व वाइस चेयरमैन राव मुनफैत अली ने कहा कि उत्तराखंड के सभी अधिवक्ता इस संकट की घड़ी में हापुड़ के अधिवक्ताओं के साथ खड़े हैं।
उत्तर प्रदेश बार काउंसिल द्वारा जो भी सहयोग बार काउंसिल आफ उत्तराखंड से मांगा जाएगा वह किया जाएगा। बैठक में उपस्थित सभी अधिवक्ताओं ने मांग की कि उत्तर प्रदेश सरकार अधिवक्ताओं का मुकदमा दर्ज कर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करे।
एड. अमरीश कुमार गुप्ता ने कहा कि उक्त प्रकरण में किसी स्वतंत्र जांच एजेंसी से जांच कराई। उन्होंने मांग की कि यदि संभव हो तो जांच माननीय उच्च न्यायालय के किसी वर्तमान न्यायाधीश को जांच में शामिल किया जाए और निष्पक्ष जांच कराई जाए। पूर्व अध्यक्ष एड. अतुल शर्मा ने कहा कि अधिवक्ताओं पर दर्ज मुकदमे वापस किए जाएं और पीड़ित अधिवक्ता को मुआवजा भी दिया जाए।
उन्होंने कहा कि लाठीचार्ज में प्रत्येक पीड़ित अधिवक्ता को कम से कम 10 लाख रुपए की धनराशि की मांग की। एड. राव नावेद आलम ने कहा कि अधिवक्ता हर वर्ग की लड़ाई लड़ते हैं। ऐसे में एक महिला अधिवक्ता के साथ ऐसी घटना निंदनीय है। जिसका हम सभी अधिवक्ता पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हैं।
बैठक में सभी अधिवक्ताओं द्वारा सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि यदि उक्त प्रकरण में अधिवक्ताओं को न्याय नहीं मिलता है तो सभी अधिवक्ता इंसाफ के लिए सड़क से लेकर सरकार तक का पुरजोर तरीके से संघर्ष करेंगे। बैठक में एड. धीरेंद्र पाल, एड. महबूब हसन, एड. सुनील कुमार सैनी, एड. अजय शर्मा, एड. जफरुद्दीन, एड. रविंद्र चौधरी,
एड. अमित शर्मा, एड. शीतल कालरा, एड. सलीम अंसारी, एड. नीरज चौहान, एड. राशिद मलिक, एड. जहांगीर आलम, एड. आबूलिन, एड. मदनलाल, एड. रमेश चंद, एड. बालेश्वर, एड. सेठराज, एड. ताहिर, एड. मोहम्मद आलम, एड. शहजाद आदि अधिवक्ता उपस्थित रहे।