दैनिक रुड़की (राहुल सक्सेना)::
रुड़की। उत्तराखंड की बेटी अंकिता भण्डारी की प्रथम पुण्यतिथि पर उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संघर्ष समिति, अशोक नगर क्षेत्रीय विकास समिति एवं उत्तराखंड युवा संगठन के पदाधिकारियों एवं क्षेत्रीय जनता ने दोषियों को कठोर सजा देने एवं अंकिता भण्डारी को न्याय देने एवं पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि देने हेतु अशोक नगर के शिव चौक बुचड़ी फाटक पर धरना एवं श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का संचालन एड.राकेश चौहान एवं अध्यक्षता केन्द्रीय अध्यक्ष हर्ष प्रकाश काला ने की।इस अवसर पर समिति के केन्द्रीय अध्यक्ष हर्ष प्रकाश काला ने धरना स्थल पर जनता को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार द्वारा एक वर्ष होने पर भी दोषियों को कठोर सजा न देना दोषियों को राजनीतिक संरक्षण देना प्रतीत होता है।
उत्तराखंड युवा संगठन संस्थापकएड.राकेश चौहान ने कहा कि इस हत्याकांड पर मुख्यमंत्री द्वारा फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन कर दोषियों को सजा देने एवं अंकिता को शीघ्र न्याय देने का आश्वासन दिया गया था परन्तु एक वर्ष पूर्ण होने पर भी अंकिता के परिवार को न्याय न मिलना दोषियों को सरक्षण देना है।
अगर सरकार का यहीं ढुलमुल रवैया रहा तो देव भूमि को दैत्य भूमि बनाने से कोई नहीं रोक सकता। शिवाजी कालोनी के अध्यक्ष कैप्टन देव सिंह सांवत एवं आदर्श शिवाजी कालोनी के अध्यक्ष कैप्टन गौर सिंह भण्डारी ने कहा कि जिस तरह से उत्तर प्रदेश में योगी सरकार दोषियों को कठोर सजा दे रही हैं।हम सभी उत्तराखंड वासी भी उसी प्रकार की कठोर एवं त्वरित न्याय की अपेक्षा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से करते हैं।
पूर्व सैनिक एवं सेवारत सैनिकों की भूमि होने के कारण अगर सरकार न्याय नहीं करती तो उत्तराखंड का सैनिक जैसे देश रक्षा हेतु सर्वस्व न्यौछावर कर देता है उसी प्रकार उत्तराखंड की अस्मिता बचाने के लिए किसी भी सीमा तक पहुंच सकता है। इस अवसर पर धरना प्रदर्शन व श्रद्धांजलि सभा में मातवर सिंह रावत,आनंद सिंह कुंवर, विजय सिंह पंवार,योगम्बर सिंह रौथाण, प्रदीप बुडाकोटी,बबूलू नेगी, महादेव पाण्डेय,
भगत सिंह नेगी, नन्दन सिंह रावत,शिव चरण बिंजौला,,भरत सिंह, रमेशचंद्र सिंह बिष्ट, बलबीर सिंह बिष्ट,वी एस रावत,महिताब सिंह रावत, मनीराम पटवाल,अमर सिंह बिष्ट,सरोज बड़थ्वाल, कुसुम ढौंडियाल,भारती मैदोला, महिला अध्यक्षा नन्दा ऐरी, जगदीश द्विवेदी, कोषाध्यक्ष चौधरी प्रवीन, दिनेश बडोला, भगवती प्रसाद बुडाकोटी, मायाराम भट्ट जस राम ढौंडियाल,आदि उपस्थित रहे। अन्त में मोमबत्ती जलाकर एवं दो मिनट का मौन रखकर अंकिता भण्डारी को श्रद्धांजलि देने के साथ सरकार से न्याय की मांग करते हुए धरना स्थगित किया गया ।