दैनिक रुड़की (राजेश कुमार)::
नारसन। दिल्ली हरिद्वार हाईवे किनारे बने सर्विस लेन में हुआ जलभराव स्थानीय के साथ अन्य राहगीरों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। नालों के अधूरे निर्माण के कारण पानी निकासी नहीं हो पाई है और सर्विस लेन तालाब का रूप लिए खड़े हैं।
नारसन में जल निकासी के लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं है। हाईवे के दोनों ओर एनएचएआई द्वारा बनाए गए नालों का निर्माण कार्य भी अधूरा पड़ा है। उनमें भी पानी की निकासी नहीं हो पाती और सर्विस लेन में जलभराव हो जाता है। सर्विस लेन में जलभराव की समस्या व्यापारी एवं स्थानीय लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। कस्बे के लोगों ने अनेकों बार जनप्रतिनिधियों से कस्बे को जल निकासी की समस्या से मुक्त कराने की मांग की लेकिन, समाधान नहीं हो पाया। क्षेत्रीय निवासी अरविंद राठी का कहना है। कि गुरुकुल कस्बे मे एनएचएआई के नालों का निर्माण अधूरा पड़ा है। जिसका खामियाजा यहां की जनता को भुगतना पड़ रहा है। बरसात में सर्विस रोड पर पानी इकट्ठा हो जाता है। ग्रामीणों को पानी से गुजर कर जाना पड़ता है।
मुकुल पंवार का कहना है कि नेशनल हाईवे पर टोल शुल्क तो जनता से लिया जाता है। लेकिन जनता की सूविधा पर ध्यान नही दिया जाता। कहा कि हल्की बरसात होने पर ही सर्विस रोड़ पर नाव चलाने लायक पानी जमा हो जाता है।
अंकुल दीक्षित का कहना है कि कस्बे में हाईवे के दोनों और बने नालों में कचरा भरा हुआ है। जिसमें मच्छर पनपनें से बीमारियां फैलनें का खतरा बना हुआ है। इस संबंध में एनएचएआई के प्रोजेक्ट मैनेजर प्रदीप सिंह गुंसाईं ने बताया कि ग्रामीणों से इस संबंध में वार्ता चल रही है। जल्द ही नालों का निर्माण कर दिया जाएगा।
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