दैनिक रुड़की (राहुल सक्सेना):::
रुड़की। सेवा सहयोग समिति द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के अंतिम दिन शनिवार को महामंडलेश्वर ने प्रसंग में भगवान श्री कृष्ण की ब्रज लीलाएं, रासलीला, कंस वध, जरासंध वध द्वारिका का दिव्य वर्णन और महाभारत युद्ध में पांडवों की रक्षा और अनेक भागवत भक्तों के चरित्र का निरूपण किया। वहीं कथा के अंत में समिति के सदस्यों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया।
मालवीय चौक स्थित वेंकट हॉल में चल रही सप्त दिवसीय श्रीमद् भागवत महापुराण की कथा के अंतिम दिन जीवनदीप पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरी ने भगवान श्री कृष्ण की ब्रज लीलाएं रासलीला कंस वध जरासंध वध द्वारिका का दिव्य वर्णन और महाभारत युद्ध में पांडवों की रक्षा और अनेक भागवत भक्तों के चरित्र का निरूपण किया और सुदामा जी का चरित्र परीक्षित का उद्धार और कलयुग का वर्णन किया। कथा के अंतिम दिन महामंडलेश्वर ने समिति के पदाधिकारी और सदस्यों को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया उन्होंने कहा कि सनातन धर्म के प्रचार प्रसार के लिए इस प्रकार के आयोजन निरंतर होने चाहिए। इस अवसर पर नगर आयुक्त रुड़की राकेश चंद्र तिवारी, व्यापार मंडल अध्यक्ष अरविंद कश्यप, विशाल, गौरव,दीपक कश्यप,विवेक गुप्ता,ललित कुमार,बलराम गुप्ता, पराग,वेद मणिकांत, अतुल,हरित, डॉक्टर प्रदीप त्यागी,दीपक कश्यप,अतुल वशिष्ठ, प्रियांशु ठाकुर,सविता, शुभम शर्मा,अमित धीमान, गोपाल सिंह, अरुण, मुकेश, ललित, अनिल,रविंद्र, बाबूराम,ज्ञानचंद,संजीव शर्मा, विवेक गुप्ता, मोहित शर्मा, प्रदीप शर्मा, गौरव, सोनू ,मोनू आशु राजेश, विनोद कुमार आदि मौजूद रहे।
© Dainik Roorkee. All Rights Reserved. Design by Xcoders Technologies