दैनिक रुड़की (फिरोज खान)::
रुड़की। ईरान और इस्राइल के बीच छिड़े युद्ध में हरिद्वार जिले के मंगलौर निवासी कुछ लोग फंसे होने की बात सामने आई है। परिजनों ने सरकार ने गुहार लगाई है कि उन्हें सुरक्षित वापस लाने की कारवाई शुरू की जाए। वहीं जिलाधिकारी ने भी ऐसे सभी लोगों का डाटा जुटाना शुरू कर दिया है जिसके बाद उनके नाम गृह मंत्रालय भेजे जाएंगे।
हरिद्वार के मंगलौर, टांडा भनेड़ा और जैनपुर झंझेड़ी से धार्मिक यात्रा और इस्लामिक स्टडीज के लिए ईरान गए युवक, महिलाएं और बच्चे अब वहीं फंस गए हैं। जिसमे मंगलौर जैनपुर झंजेडी सहित आसपास के कई फैमली व छात्र छात्राएं मौजूद है। हवाई हमलों के चलते ईरान ने एयरस्पेस सील कर दिया है और उड़ानें पूरी तरह से बंद हैं। वहीं जो लोग ईरान में फंसे है उनके परिजन यहां चिंतित हैं और सरकार से अपनों की सकुशल वापसी की गुहार लगा रहे हैं।
वहीं मंगलौर में पत्रकारों ने लोगों से वार्ता की तो मंजूर अहसान का कहना है कि उनके वालिद और वालिदा ईरान में थे पर अब वह ईराक पहुँच चुके है तो मंगलौर की ही सना का कहना है कि इस वार के दौरान उनके अम्मी पापा भी ईरान में फँसे हुए है। हालांकि वह लोग वहां सुरक्षित हैं और परिजनों की लगातार उनसे बात भी हो रही है लेकिन इसके बावजूद उन्हें डर सता रहा कि युद्ध के दौरान कहीं उनके परिजनों को वहां कोई तकलीफ न हो। वहीं इस संबंध में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित का कहना है कि जो लोग वहां फंसे हैं उनका डाटा जुटाया जा रहा है जो कि गृह मंत्रालय भेजा जायेगा। उन्होंने कहा कि सभी लोगों की सकुशल वापसी के लिए केंद्र और राज्य सरकार जरूर कार्य करेगी।
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