दैनिक रुड़की (योगराज पाल)::
रुड़की।रुड़की सिविल अस्पताल में पहली बार 60 साल की एक महिला के घुटने का सफल प्रत्यारोपण किया गया। अस्पताल के ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ सतीश कुमार ने अपनी टीम के साथ यह ऑपरेशन किया है। करीब दो घंटे तक ऑपरेशन चला। बड़ी बात यह है कि ऑपरेशन के दूसरे ही दिन यानी रविवार को महिला को चलाया भी गया। महिला पांच माह से बिस्तर पर थी। दर्द के कारण वह सो भी नहीं पाती थी। ऑपरेशन आयुष्मान योजना से होने की वजह से मरीज का कोई खर्चा नहीं हुआ है।
सिविल अस्पताल रुड़की के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अरविंद कुमार मिश्रा ने बताया कि ढंडेरा गांव निवासी 60 वर्षीय संजीदा को सात जुलाई को अस्पताल लाया गया था। महिला चल नहीं पाती थी। अस्पताल के ऑर्थोसर्जन डॉ. सतीश कुमार ने महिला का चेकअप किया तो पता चला कि महिला को ओस्टियोराइसिस था। महिला के घुटने में गैप आ चुका था। हड्डी लगभग खत्म हो गई थी। जिसके कारण महिला चल नहीं पाती थी। घुटने में लगातार दर्द रहता था। ऑर्थोसर्जन डॉ. सतीश कुमार ने बताया कि महिला के घुटने की हड्डी में करीब दो इंच तक का गैप आ गया था। यही वजह थी कि महिला चल नहीं पाती थी। महिला को असहनीय दर्द रहता था। महिला का वजन भी सामान्य से अधिक था। इसके स्वास्थ्य संबंधी और भी दिक्कतें थी। महिला के घुटने का प्रत्यारोपण ही एक मात्र उपचार था।
महिला के बेटे खुशनसीब को बताया। वह अपनी मां के ऑपरेशन के लिए तैयार हो गया। डॉ. सतीश ने बताया कि महिला की जरूरी जांच कराई गई। हालांकि जांच ज्यादा अच्छी नहीं थी, उन्होंने शनिवार को ऑपरेशन कर पूरे घुटने का प्रत्यारोपण किया। ऑपरेशन पूरी तरह से सफल रहा। रविवार को महिला को चलाकर भी देखा गया।
दो-तीन दिन में ही महिला को छुट्टी दे दी जाएगी। महिला अब अपने पांव पर चल सकेगी। ऑपरेशन बेहद जटिल था। पहली बार अस्पताल में पूरे घुटने के प्रत्यारोपण का ऑपरेशन हुआ है। टीम में निश्चेतक डॉ. जसलीन कौर, डॉ. एबी पाराशर, नर्सिंग टीम में रीता बिष्ट, शालिनी, जोलोबिना, मन्नी व नरेंद्र शामिल रहे।
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