दैनिक रूड़की (राहुल सक्सेना)::
रूड़की। किसान बिल के खिलाफ उत्तराखंड के किसान संगठन एकजुट होकर लड़ाई लड़ेंगे। किसानों का उद्देश्य केवल कृषि कानून को वापस करवाना है। उक्त विषय मे भाकियू और उकिमो ने संयुक्त रूप से पत्रकार वार्ता को सम्बोधित किया।
रूड़की के प्रशासनिक भवन में पत्रकार वार्ता के दौरान उत्तराखंड किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलशन रोड ने कहा 23 जनवरी को उत्तराखंड के समस्त किसान एकजुट होकर राजभवन का घेराव करेंगे। इसके लिए लगातार बैठकें और जनसम्पर्क का दौर जारी है।उन्होंने कहा कि किसान अब गुटों को दूर कर केवल कृषि कानून के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे। भाकियू के गढ़वाल मंडल अध्यक्ष संजय चौधरी ने कहा कि आज सरकार ने किसानों को त्रस्त कर दिया है सरकार लगातार किसानों का शोषण कर रही है और आंदोलन रत किसानों को खालिस्तानी और पाकिस्तानी बताकर देशद्रोही साबित करना चाहती हैं। भाकियू जिलाध्यक्ष विजय शास्त्री ने कहा कि पूरे देश में 23 जनवरी को किसान राजभवन का घेराव करेंगे। उन्होंने कहा कि किसान सरकारों से त्रस्त है उत्तराखंड में गन्ने का मूल्य अभी तक निर्धारित किया गया न ही अब तक भुगतान किया गया है।
उन्होंने कहा कि राजधानी जाकर अब किसान सरकार को ढूढेंगे कि सरकार कहां छिपी हैं।।उन्होंने कहा कि आज की सरकार अंग्रेजों की सरकार से भी ज्यादा तानाशाह है। इस अवसर पर भाकियू प्रदेश महासचिव रवि चौधरी, विनोद रोड, ओमप्रकाश आदि शामिल रहे।