दैनिक रूड़की (राहुल सक्सेना)::
रूड़की। भारत विकास परिषद समर्पण शाखा रुड़की, पश्चिमी उत्तराखंड द्वारा महिला एवं बालिका विकास प्रोजेक्ट के अंतर्गत 1 सप्ताह का कार्यक्रम बेटी है तो सृष्टि है (National Girl Child Week) 16 जनवरी 2021 से उत्साह, आनंद और सौहार्दपूर्ण वातावरण में बहुत धूमधाम से एवं हर्षोल्लास से मनाया गया l भारत विकास परिषद समर्पण शाखा ने पूरे सप्ताह बालिकाओं के लिए विभिन्न कार्य किए। उन्हें अच्छे संस्कार पाना और उनका महत्व समझाया गया l बालिकाओ को स्वच्छता, मर्यादा, आत्मनिर्भरता तथा बुद्धिमानी से अच्छे बुरे की पहचान कर हर परिस्थिति का सामना करने की शिक्षा दी गई l आसपास स्वच्छता कराके अपना और परिवार का स्वास्थ्य ठीक रखने के महत्व से भली-भांति अवगत कराया।
शाखा के सभी समर्पित सदस्यों ने, प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष, योगदान से इस कार्यक्रम को सफल बनाया । 10 से 18 वर्ष की आयु वाली 21 बालिकाओं को अलग-अलग कार्यक्रमों द्वारा लाभान्वित किया गया।
16 जनवरी को कार्यक्रम का शुभारंभ वंदे मातरम के साथ किया गया एवं पाँच दिवसीय कार्यक्रम की रूपरेखा के साथ ही बैनर का विमोचन हुआ।
17 जनवरी को 5 बालिकाओं का हीमोग्लोबिन टेस्ट किया गया। इन सभी बालिकाओं का नाम आयु एवं पता भी दर्ज किया गया ताकि जरूरत होने पर उनसे फिर संपर्क किया जा सके। टेस्ट के उपरांत सभी बालिकाओं को फल आदि का वितरण किया गया।
18 जनवरी के दिन शाखा सचिव श्रीमती मृणालिनी शर्मा द्वारा बालिकाओं को महिला सशक्तीकरण एवं सुसंस्कारों का ज्ञान दिया गया। संस्कारित बालिका महकता घर आंगन विषय पर बालिकाओं ने दो-दो मिनट का संभाषण भी किया। इनमें से नवी कक्षा की कुमारी रिया वर्मा को प्रथम स्थान मिला। उसका वीडियो भी जारी किया गया।
19 जनवरी को 11 बालिकाओं को गुड़ चने आदि का वितरण किया गया एवं आवश्यकता अनुसार उन्हें स्टेशनरी आइटम्स भी बांटी गई।
20 जनवरी के दिन 8 बालिकाओं को गर्म कपड़े एवं 5 बालिकाओं को उनी कंबल वितरित किए गए। सभी बच्चों को फल आदि दिये गए। बालिकाओं के चेहरे की खुशी अवर्णनीय थी। उनका आनंद देखकर हमें भी संतोष की अनुभूति हुई इस ठंड के मौसम में यह एक अच्छा काम हुआ l
21 जनवरी को कार्यक्रम के समापन पर समर्पण शाखा रुड़की की ओर से बालिकाओं के लिए संस्कारशाला का आयोजन किया गया जिसके अंतर्गत ज्ञानवर्धक खेल खिलाये गए। उन्हें अच्छे संस्कार और उनका महत्व समझाया गया l बालिकाओं को स्वच्छता, मर्यादा, आत्मनिर्भरता तथा स्वच्छता का महत्व एवं आसपास की सफाई का ध्यान रखने के विषय में समझाया गया। बालिकाओं द्वारा सुसंस्कार पर एक एक्शन सॉन्ग भी प्रस्तुत किया। यह एक कविता पर आधारित था जिसे शाखा सचिव श्रीमति मृणालिनी शर्मा द्वारा रचित और इस पर्व को समर्पित किया गया था।
इस प्रकार अन्य उपस्थित बालिकाओं को भी संस्कारों के महत्व के बारे में एक अच्छा संदेश प्राप्त हुआ। इस बालिका सप्ताह से बालिकाओं में एक उत्साह तथा आत्म सम्मान जागृत हुआ। सभी प्रतिभागी बालिकाओं को समर्पण, रुड़की द्वारा पारितोषिक एवं पुरस्कार के साथ सम्मान किया गया। बालिकाओं के चेहरे पर खुशी की चमक देखकर हम सभी को एक आत्म संतोष प्राप्त हुआ।
हर रोज का कार्यक्रम शाखा के भिन्न भिन्न सदस्यो श्रीमती मृणालिनी शर्मा, डॉ रमा भार्गव, रश्मि जैन आदि द्वारा संचालित किया गया। कार्यक्रम का संयोजन श्रीमती रानी जैन, महिला संयोजिका समर्पण शाखा, रुड़की द्वारा किया गया। अंत में समर्पण शाखा, रुड़की सचिव श्रीमती मृणालिनी शर्मा ने सभी उपस्थित सदस्यों एवं छात्राओ का आभार प्रकट किया। उन्होने कहा “हम सभी समर्पण शाखा सदस्य अपनी रीजनल मंत्री, महिला एवं बाल विकास, श्रीमती सविता कपूर जी, आख्या प्रभारी श्रीमती रश्मि मोंगा जी, प्रांतीय महिला संयोजिका डॉ संगीता सिंह के आभारी हैं जिन्होंने इतने अच्छे एवं महत्वपूर्ण कार्यक्रम से जुड़ने का हमें मौका दिया। समर्पण, रुड़की की अध्यक्ष श्रीमती वीणा सिंह जी के प्रोत्साहन एवं महिला संयोजिका श्रीमती रानी जैन जी के कर्मठता की भूरी भूरी प्रसंसा की।“
संस्था द्वारा किए गए इन कार्यक्रमों में यूं तो करोना की वजह से ज्यादा सदस्य उपस्थित नहीं हो पाए फिर भी श्रीमती रश्मि जैन, डॉ रमा भार्गव, डॉ संगीता गर्ग, डॉ शालिनी जोशी, डॉ मधुराका सक्सेना, श्रीमती अनीता गुप्ता, श्रीमती अल्पना सिंगल, श्रीमती वेणु मोहन, श्रीमती शालिनी प्रकाश, श्री एस.सी. जैन, डॉ संजय जैन, डॉ सुनील शर्मा आदि समय-समय पर विभिन्न कार्यक्रमों में उपस्थित रहे।