दैनिक रुड़की (योगराज पाल)::
रुड़की। अपनों से बिछड़ने के बाद 14 वर्षीय बालक हरियाणा से बिहार के लिए साईकिल से ही रवाना हो गया। रुड़की में लोगों को कुछ शक हुआ तो उन्होंने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस अब बच्चे को उसके परिजनों तक पहुंचाने के प्रयास में जुटी है।
लॉकडाउन में तो आपने बहुत सारे लोगों को पैदल और साइकिल के जरिए हजारों किलोमीटर तक का सफर तय करते देखा। लेकिन अब अनलॉक में भी एक 14 वर्षीय बच्चे ने करीब डेढ़ हजार किलोमीटर की दूरी साइकिल से तय करने की ठानी। अपना नाम आजाद पुत्र फूल हसन निवासी ग्राम मोहम्मदपुर थाना रोसरा जिला समस्तीपुर बता रहे 14 वर्षीय किशोर ने सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस को बताया कि वह अपने चाचा इम्तियाज के साथ यमुनानगर से आया था और वहां एक कैंटीन में काम कर रहा था अचानक उसके चाचा कहीं चले गए काफी तलाश के बाद जब वह नहीं मिले तो उसने अपने घर जाने की ठानी और उसकी जेब में ज्यादा पैसे नही थे और ट्रेनें भी अभी कम ही जा रही है। ऐसे में उसने साइकिल के जरिए अपने घर तक पहुंचने का मन बनाया और करीब 6 दिन पहले यमुनानगर से बिहार की ओर साइकिल से रवाना हो गया।
करीब 6 दिन से लगातार यमुनानगर हरियाणा से चलकर बिहार की तरफ जा रहा था रुड़की में स्थानीय लोगों ने पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। बच्चे को घर का कोई मोबाइल नंबर याद नहीं है और अब पबच्चे को उसके परिजनों तक पहुंचाने के प्रयास में जुटी है। कोतवाली प्रभारी राजेश साह ने बताया कि बच्चे को उसके परिजनों से मिलवाने का प्रयास किया जा रहा है।