रुड़की की शदफ़ बिना कोचिंग करे बनी आईएएस-ऑल इंडिया 23 वीं रैंक की हांसिल-बोली सफलता का कोई शॉर्टकर्ट नही.......

Dainik roorkee September 25, 2021

दैनिक रुड़की (योगराज पाल)::


रूड़की।
कहते हैं मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है भगवानपुर के मोहितपुर गांव की सदफ चौधरी ने, जो हाल में रूड़की की ग्रीन पार्क कॉलोनी में रहती है। सदफ ने यूपीएससी परीक्षा में 23 वी रैंक हासिल की है। वह भी बिना किसी कोचिंग के। उनका कहना है कि सफलता का कोई शॉर्टकर्ट नही।

वहीं शदफ़ की उपलब्धि के बाद उनके परिवार में खुशी का माहौल है। यूपीएससी की परीक्षा में 23 वी रैंक हासिल करने वाली शिक्षानगरी रूड़की की सदफ चौधरी को मुबारकबाद देने वालो का तांता लगा हुआ है। रुड़की की बेटी ने आईएएस बनकर पूरी शिक्षानगरी का नाम रोशन किया है। इस कामयाबी पर हर कोई सदफ चौधरी को शाबासी देने उनके घर पहुँच रहा है। सदफ चौधरी का कहना है कि उसने अपने घर पर ही पढ़ाई कर 2 साल की कड़ी महेनत के बाद ये मुकाम हासिल किया है। सदफ चौधरी के पिता प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक, नागल शाखा देवबंद में मैनेजर के पद पर कार्यरत है। सदफ अपने पिता मोहम्मद इसरार, माता शाहबाज बानो, बहन सायमा व भाई मोहम्मद साद के साथ रहती हैं। आईएएस सदफ चौधरी ने बताया कि ये मुकाम उनको माता पिता के आशीर्वाद से मिला है। सदफ इस कामयाबी का श्रेय अपने माता पिता को देती है। सदफ ने बताया कि ये मुकाम उसने कड़ी मेहनत कर हासिल किया है। उन्होंने बताया उन्होंने इंटर तक कि शिक्षा अपनी ननिहाल अमरोहा में ली है। उंसके बाद एनआईसी जालंधर से बीटेक करने के बाद दिल्ली स्थित एक विदेशी बैंक में नौकरी की लेकिन कुछ दिन नौकरी करने के बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारियां शुरू कर दी और घर पर ही उन्होंने कड़ी मेहनत की और ये मुकाम हासिल किया। शफद का कहना है कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। उन्होंने कहा कि कड़ी मेहनत और लगन से अपने लक्ष्य तक पहुंचा जा सकता है।

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